अथर्ववेद
२/२/१---
एक एव नमस्यो
विक्ष्वीड्यः ॥ २/२/१
भावार्थ
--- समस्त प्रजाओं में एक ईश्वर ही स्तुति और नमस्कार करने योग्य है ।
महर्षि दयानन्द
वेलफेयर सोसायटी was with आदित्या सैनी आर्य and 18 others.
ऋग्वेद वेद-६/३६/४
एको विश्वस्य
भुवनस्य राजा ॥
भावार्थ
-- इस समस्त ब्रह्माण्ड का स्वामी एक ही है अर्थात एक ही ईश्वर है जिसका सर्वश्रेठ
नाम " ओ३म " है ।
महर्षि दयानन्द
वेलफेयर सोसायटी updated his status.
ऋग्वेद वेद-६/३६/४
एको विश्वस्य
भुवनस्य राजा ॥
भावार्थ
-- इस समस्त ब्रह्माण्ड का स्वामी एक ही है अर्थात एक ही ईश्वर है जिसका सर्वश्रेठ
नाम " ओ३म " है ।
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