सेकुलर मुस्लिमों की अल्लाह से गुजारिश ?
"بِسم الله خيرٌ الماكرين "
"बिस्मिल्लाह ख़ैरुम्माकिरीन "
उस अल्लाह के नाम से जो सबसे बड़ा -धोखेबाज -ठग, प्रवंचकऔर झूठा है "(bestDeceitful, and liar)
हमें यकीन है कि आप इस बात को बुरा नहीं मानेंगे , आपको याद ही होगा कि खुद आपने ही कुरान सूरा आले इमरान 3 :54 में बड़े ही फख्र से खुद को सबसे बड़ा मक्कार बताया है وَاللَّهُ خَيْرُ الْمَاكِرِينَ " 3:54 -Allah is best deciever .) इसी लिए आपके रसूल भी आपके इस नाम को सार्थक करने के जीवन भर अनपढ़ और लालची अरब के बद्दुओं को इस्लाम के बहाने धोखा देते रहे .इसलिए बाद की पीढ़ियों से आज तक हम दुनिया भर के लोगों को धोखा देते रहते हैं , और अपना उल्लू सीधा करने कि जुगत में लगे रहते है . आपको यह जान कर ख़ुशी होगी कि हमने यह अफवाह फैला रखी है ,कि इस्लाम के मायने शांति ( Peace) है . इस सफ़ेद झूठ कई काफिर और गैर मुस्लिम हमारे झांसे में फस जाते है , लेकिन वह बेवकूफ यह नहीं जानते कि हम दुनिया में कबरिस्तान जैसी शांति फैलाना चाहते और ,और ऐसा तब तक मुमकिन नहीं हो सकता है जब तक सभी गैर मुस्लिम कबरिस्तान नहीं भेज दिए जाते . इसलिए हम अपनी असली मंशा को छुपाने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदल लेते है . हमें पक्का यक़ीन है कि मक्का के एक छोटे से अँधेरे कमरे में रहने के बावजूद दुनिया भर में फैले हुए आपके आतंकवादी मुजाहिदों ने आपको यह खबर जरूर पंहुचा दी होगी कि हिंदुस्तान में इसी साल लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं .
इसलिए हम खुफिया तौर से यह राज की बात बताये देते हैं कि इस गुजारिश के उन्वान में हमने मुस्लिम लफ्ज के पहले सेकुलर लफ्ज क्यों लगा दिया है , जबकि आप अच्छी तरह से जानते हैं मुसलमान सिर्फ मुसलमान ही होता है , और उसकी नजर में सभी गैर मुस्लिम काफिर और वाजिबुल क़त्ल होते हैं चाहे वह सेकुलर ही क्यों न हों . इसलिए अगर हमें मौका मिलेगा तो हम उनका भी वैसा हाल कर देंगे जैसा हमारे बाप दादाओं ने हिंदुओं का किया था , लेकिन जब हमें पता चला कि अगर बड़े से बड़ा गुनहगार , भ्रष्टाचारी और वतन फरोश भी खुद को सेकुलर कहने लगता है ,तो यहाँ की इक्तेदार ( सत्ता )की भूखी सरकार उनके सभी गुनाह माफ़ कर देती है . गोया सेकुलर होना बेगुनाह होने की सनद है . यही वजह है कि हमारे सैकड़ों मुजाहिद , हत्यारे , हिंदुस्तान में बेखोफ होकर खून खराबा करते रहते हैं .
इसके आलावा खुद को सेकुलर बताने के कई और फायदे भी हैं आप तो सब जानते हैं कि इस वक्त हिंदुस्तान के मरकज (केंद्र ) में एक ऐसी सरकार है , जिसकी बागडोर एक विदेशी औरत के हाथों में है , जो अपने लौंडे को वजीरे आजम बनाने के लिए कुछ भी कर सकती है ,क्योंकि उसकी वजारत ( मंत्री मंडल ) में ऐसे ऐसे लोग है जिनके नाम तो हिन्दू जैसे हैं , लेकिन उनकी रगों में हमारे ही पुरखों का खून दौड़ रहा है , हमें अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि ऐसे नेताओं की माताओं ने हमारे बाप दादाओं के साथ कब मुंह काला किया था , जिस के नतीजे में सरकार में हमारे इतने जादा मददगार भर गए , जिस से हमारी हरेक जायज नाजायज मांग फ़ौरन मंजूर हो जाती है ,
आपको बताने के लिए हम कुछ मिसालें पेश कर रहे हैं , जैसे ,
अगर हम कहते हैं कि मुसलमान गरीब हैं , तो यह नामाकूल सरकार मुसलमानों के लिए खजाने खोल देती है , जबकि करीब डेढ़ हजार साल से हमारे पुरखे और हम इस मुल्क को लूटते आये है , और लूट के माल मुसलमानों की माली हालत ( आर्थिक स्थिति ) सुधारने की जगह मजार , मकबरे , दरगाह , और मस्जिदें ही बनाते रहे ,बताइये मुसलमान गरीब नहीं तो क्या करोड़पति हो जाते , फिर भी हमारा दीनी फर्ज है कि हम कुछ न कुछ मंगाते रहें , और इस काफ़िर सरकार चैन से नहीं रहने दें ,
अगर हम कहते हैं कि मुसलमान गरीब हैं , तो यह नामाकूल सरकार मुसलमानों के लिए खजाने खोल देती है , जबकि करीब डेढ़ हजार साल से हमारे पुरखे और हम इस मुल्क को लूटते आये है , और लूट के माल मुसलमानों की माली हालत ( आर्थिक स्थिति ) सुधारने की जगह मजार , मकबरे , दरगाह , और मस्जिदें ही बनाते रहे ,बताइये मुसलमान गरीब नहीं तो क्या करोड़पति हो जाते , फिर भी हमारा दीनी फर्ज है कि हम कुछ न कुछ मंगाते रहें , और इस काफ़िर सरकार चैन से नहीं रहने दें ,
इसी तरह हम अगर यह कहते हैं कि मुसलमान अनपढ़ हैं , उनकी तालीम के लिए सरकार कुछ नहीं करती ,तो यह सेकुलर सरकार तुरंत हरकत में आ जाती है , और रुपयों के ढेर लगा देती है , जबकि अनपढ़ होना शर्म की नहीं बल्कि फख्र की बात है , हमारे रसूल तो भी उम्मी ( अनपढ़ ) थे . तालीम और इस्लाम एक दूसरे के दुश्मन हैं . हम तो बिना पढ़े ही दूसरों के ऐसे फार्मूले चुराने में माहिर हैं ,जिन से बम , और विस्फोटक चीजें बनाने में मदद मिलती हो . पढाई में दिमाग ख़राब करने से क्या फायदा , हमारे लिए कुरान ही काफी है , यही बात खलीफा उमर सिद्दीक ने कहा था . हम तो उसी पर ईमान रखते हैं . पढना लिखना इन काफिर हिंदुओं को मुबारक , हम तो बिनापढ़े ही दुनिया तो तबाह और बर्बाद करने की कुव्वत रखते हैं .
फिर भी हम आपसे इस नेक काम के लिए मदद की गुजारिश कर रहे हैं ,क्योंकि हमें अपना भंडा फूट जाने का डर बना रहता है , क्योंकि जैसे हम सेकुलर बन कर लोगों को धोखा दे रहे है , और चुपचाप सरहद पार के अपने जैसे मुजाहिदों की मदद से यहाँ दहशत फैलते रहते हैं , आप भी अल्लाह बन कर लोगों को गुमराह करते रहते है ,और षडयंत्र रचते रहते है , शायद आपने बिना सोचे समझे ही कुरान में यह आयत भेज दी होगी कि ,
"अल्लाह उत्तम षडयंत्र रचने वाला है " सूरा -अनफाल 8 :30
" وَاللَّهُ خَيْرُ الْمَاكِرِينَ " 8:30
"God is above all conspirators"
बताइये अगर इस आयात को पढ़ कर लोग हमारी असलियत और इरादों के बारेमे जान लेते तो क्या होता ,
अल्लाह जिसको चाहे भटका देता है "सूरा -इब्राहिम 14 :4
" فَيُضِلُّ اللَّهُ مَنْ يَشَاءُ "Sura-Ibrahim 14:4
God lets go astray him that wills [to go astray],
फिर भी हमें कोई फ़िक्र नहीं है क्योंकि मोदी जैसे हिंदुओं को इतनी फुरसत ही नहीं कि वह कुरान की इस आयत का सही मतलब समझने के लिए अरबी सीखें .
लेकिन हमें तो डर इटली की औरत से है , जो कट्टर रोमन कैथोलिक ईसाई है . और हरेक काम पोप की सलाह से करती है . अगर उसने आपकी ही किताब इंजील यानि बाइबिल की यह आयत पढ़ ली तो आप पर सारी दुनिया लानत भेजने लगेगी . इसलिए इंजील की यह आयात हिंदी , अंगरेजी और लैटिन जुबान के तर्जुमे के साथ दे रहे हैं ,
"और सारे संसार को भरमाने वाला वही पुराना अजगर सांप है , जो इब्लीस और शैतान कहलाता है "
बाइबिल-नया नियम , प्रकाशित वाक्य 12:9
"-that ancient serpent called the devil, or Satan, who leads the whole world astray"
Bible-Revelation -12:9
"serpens antiquus qui vocatur Diabolus et Satanas qui seducit universum "
इस लिए हमें आपकी हरकतों से और कुरान और इंजील की इन आयतों को पढ़ कर शक हो रहा है कहीं आप सचमुच शैतान तो नहीं हो . और अल्लाह का रूप धर कर लोगों को भटका रहे हो , जैसे हम सेकुलर बन कर लोगों की आँखों में धूल झोंक रहे हैं . और वाकई आप शैतान ही हो तो भी हमें आपकी इबादत करने से कोई गुरेज नहीं , क्योंकि जब हम 1500 साल तक अल्लाह की इबादत करने पर भी इंसान नहीं बन सके शैतान की इबादत से हमारा क्या बिगड़ जायेगा .
फिर भी आप जो भी हो आपसे यही गुजारिश है कि लोगों के दिमाग में ऊंटों की ऐसी लीद भर जाये कि वह हमारी असलियत नहीं समझ सकें ,
हम हैं आपके बन्दे
"सेकुलर मुस्लिमुल हिन्द - السيكولر مسلمالهند "
"بِسم الله خيرٌ الماكرين "
"बिस्मिल्लाह ख़ैरुम्माकिरीन "
उस अल्लाह के नाम से जो सबसे बड़ा -धोखेबाज -ठग, प्रवंचकऔर झूठा है "(bestDeceitful, and liar)
हमें यकीन है कि आप इस बात को बुरा नहीं मानेंगे , आपको याद ही होगा कि खुद आपने ही कुरान सूरा आले इमरान 3 :54 में बड़े ही फख्र से खुद को सबसे बड़ा मक्कार बताया है وَاللَّهُ خَيْرُ الْمَاكِرِينَ " 3:54 -Allah is best deciever .) इसी लिए आपके रसूल भी आपके इस नाम को सार्थक करने के जीवन भर अनपढ़ और लालची अरब के बद्दुओं को इस्लाम के बहाने धोखा देते रहे .इसलिए बाद की पीढ़ियों से आज तक हम दुनिया भर के लोगों को धोखा देते रहते हैं , और अपना उल्लू सीधा करने कि जुगत में लगे रहते है . आपको यह जान कर ख़ुशी होगी कि हमने यह अफवाह फैला रखी है ,कि इस्लाम के मायने शांति ( Peace) है . इस सफ़ेद झूठ कई काफिर और गैर मुस्लिम हमारे झांसे में फस जाते है , लेकिन वह बेवकूफ यह नहीं जानते कि हम दुनिया में कबरिस्तान जैसी शांति फैलाना चाहते और ,और ऐसा तब तक मुमकिन नहीं हो सकता है जब तक सभी गैर मुस्लिम कबरिस्तान नहीं भेज दिए जाते . इसलिए हम अपनी असली मंशा को छुपाने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदल लेते है . हमें पक्का यक़ीन है कि मक्का के एक छोटे से अँधेरे कमरे में रहने के बावजूद दुनिया भर में फैले हुए आपके आतंकवादी मुजाहिदों ने आपको यह खबर जरूर पंहुचा दी होगी कि हिंदुस्तान में इसी साल लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं .
इसलिए हम खुफिया तौर से यह राज की बात बताये देते हैं कि इस गुजारिश के उन्वान में हमने मुस्लिम लफ्ज के पहले सेकुलर लफ्ज क्यों लगा दिया है , जबकि आप अच्छी तरह से जानते हैं मुसलमान सिर्फ मुसलमान ही होता है , और उसकी नजर में सभी गैर मुस्लिम काफिर और वाजिबुल क़त्ल होते हैं चाहे वह सेकुलर ही क्यों न हों . इसलिए अगर हमें मौका मिलेगा तो हम उनका भी वैसा हाल कर देंगे जैसा हमारे बाप दादाओं ने हिंदुओं का किया था , लेकिन जब हमें पता चला कि अगर बड़े से बड़ा गुनहगार , भ्रष्टाचारी और वतन फरोश भी खुद को सेकुलर कहने लगता है ,तो यहाँ की इक्तेदार ( सत्ता )की भूखी सरकार उनके सभी गुनाह माफ़ कर देती है . गोया सेकुलर होना बेगुनाह होने की सनद है . यही वजह है कि हमारे सैकड़ों मुजाहिद , हत्यारे , हिंदुस्तान में बेखोफ होकर खून खराबा करते रहते हैं .
इसके आलावा खुद को सेकुलर बताने के कई और फायदे भी हैं आप तो सब जानते हैं कि इस वक्त हिंदुस्तान के मरकज (केंद्र ) में एक ऐसी सरकार है , जिसकी बागडोर एक विदेशी औरत के हाथों में है , जो अपने लौंडे को वजीरे आजम बनाने के लिए कुछ भी कर सकती है ,क्योंकि उसकी वजारत ( मंत्री मंडल ) में ऐसे ऐसे लोग है जिनके नाम तो हिन्दू जैसे हैं , लेकिन उनकी रगों में हमारे ही पुरखों का खून दौड़ रहा है , हमें अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि ऐसे नेताओं की माताओं ने हमारे बाप दादाओं के साथ कब मुंह काला किया था , जिस के नतीजे में सरकार में हमारे इतने जादा मददगार भर गए , जिस से हमारी हरेक जायज नाजायज मांग फ़ौरन मंजूर हो जाती है ,
आपको बताने के लिए हम कुछ मिसालें पेश कर रहे हैं , जैसे ,
अगर हम कहते हैं कि मुसलमान गरीब हैं , तो यह नामाकूल सरकार मुसलमानों के लिए खजाने खोल देती है , जबकि करीब डेढ़ हजार साल से हमारे पुरखे और हम इस मुल्क को लूटते आये है , और लूट के माल मुसलमानों की माली हालत ( आर्थिक स्थिति ) सुधारने की जगह मजार , मकबरे , दरगाह , और मस्जिदें ही बनाते रहे ,बताइये मुसलमान गरीब नहीं तो क्या करोड़पति हो जाते , फिर भी हमारा दीनी फर्ज है कि हम कुछ न कुछ मंगाते रहें , और इस काफ़िर सरकार चैन से नहीं रहने दें ,
अगर हम कहते हैं कि मुसलमान गरीब हैं , तो यह नामाकूल सरकार मुसलमानों के लिए खजाने खोल देती है , जबकि करीब डेढ़ हजार साल से हमारे पुरखे और हम इस मुल्क को लूटते आये है , और लूट के माल मुसलमानों की माली हालत ( आर्थिक स्थिति ) सुधारने की जगह मजार , मकबरे , दरगाह , और मस्जिदें ही बनाते रहे ,बताइये मुसलमान गरीब नहीं तो क्या करोड़पति हो जाते , फिर भी हमारा दीनी फर्ज है कि हम कुछ न कुछ मंगाते रहें , और इस काफ़िर सरकार चैन से नहीं रहने दें ,
इसी तरह हम अगर यह कहते हैं कि मुसलमान अनपढ़ हैं , उनकी तालीम के लिए सरकार कुछ नहीं करती ,तो यह सेकुलर सरकार तुरंत हरकत में आ जाती है , और रुपयों के ढेर लगा देती है , जबकि अनपढ़ होना शर्म की नहीं बल्कि फख्र की बात है , हमारे रसूल तो भी उम्मी ( अनपढ़ ) थे . तालीम और इस्लाम एक दूसरे के दुश्मन हैं . हम तो बिना पढ़े ही दूसरों के ऐसे फार्मूले चुराने में माहिर हैं ,जिन से बम , और विस्फोटक चीजें बनाने में मदद मिलती हो . पढाई में दिमाग ख़राब करने से क्या फायदा , हमारे लिए कुरान ही काफी है , यही बात खलीफा उमर सिद्दीक ने कहा था . हम तो उसी पर ईमान रखते हैं . पढना लिखना इन काफिर हिंदुओं को मुबारक , हम तो बिनापढ़े ही दुनिया तो तबाह और बर्बाद करने की कुव्वत रखते हैं .
फिर भी हम आपसे इस नेक काम के लिए मदद की गुजारिश कर रहे हैं ,क्योंकि हमें अपना भंडा फूट जाने का डर बना रहता है , क्योंकि जैसे हम सेकुलर बन कर लोगों को धोखा दे रहे है , और चुपचाप सरहद पार के अपने जैसे मुजाहिदों की मदद से यहाँ दहशत फैलते रहते हैं , आप भी अल्लाह बन कर लोगों को गुमराह करते रहते है ,और षडयंत्र रचते रहते है , शायद आपने बिना सोचे समझे ही कुरान में यह आयत भेज दी होगी कि ,
"अल्लाह उत्तम षडयंत्र रचने वाला है " सूरा -अनफाल 8 :30
" وَاللَّهُ خَيْرُ الْمَاكِرِينَ " 8:30
"God is above all conspirators"
बताइये अगर इस आयात को पढ़ कर लोग हमारी असलियत और इरादों के बारेमे जान लेते तो क्या होता ,
अल्लाह जिसको चाहे भटका देता है "सूरा -इब्राहिम 14 :4
" فَيُضِلُّ اللَّهُ مَنْ يَشَاءُ "Sura-Ibrahim 14:4
God lets go astray him that wills [to go astray],
फिर भी हमें कोई फ़िक्र नहीं है क्योंकि मोदी जैसे हिंदुओं को इतनी फुरसत ही नहीं कि वह कुरान की इस आयत का सही मतलब समझने के लिए अरबी सीखें .
लेकिन हमें तो डर इटली की औरत से है , जो कट्टर रोमन कैथोलिक ईसाई है . और हरेक काम पोप की सलाह से करती है . अगर उसने आपकी ही किताब इंजील यानि बाइबिल की यह आयत पढ़ ली तो आप पर सारी दुनिया लानत भेजने लगेगी . इसलिए इंजील की यह आयात हिंदी , अंगरेजी और लैटिन जुबान के तर्जुमे के साथ दे रहे हैं ,
"और सारे संसार को भरमाने वाला वही पुराना अजगर सांप है , जो इब्लीस और शैतान कहलाता है "
बाइबिल-नया नियम , प्रकाशित वाक्य 12:9
"-that ancient serpent called the devil, or Satan, who leads the whole world astray"
Bible-Revelation -12:9
"serpens antiquus qui vocatur Diabolus et Satanas qui seducit universum "
इस लिए हमें आपकी हरकतों से और कुरान और इंजील की इन आयतों को पढ़ कर शक हो रहा है कहीं आप सचमुच शैतान तो नहीं हो . और अल्लाह का रूप धर कर लोगों को भटका रहे हो , जैसे हम सेकुलर बन कर लोगों की आँखों में धूल झोंक रहे हैं . और वाकई आप शैतान ही हो तो भी हमें आपकी इबादत करने से कोई गुरेज नहीं , क्योंकि जब हम 1500 साल तक अल्लाह की इबादत करने पर भी इंसान नहीं बन सके शैतान की इबादत से हमारा क्या बिगड़ जायेगा .
फिर भी आप जो भी हो आपसे यही गुजारिश है कि लोगों के दिमाग में ऊंटों की ऐसी लीद भर जाये कि वह हमारी असलियत नहीं समझ सकें ,
हम हैं आपके बन्दे
"सेकुलर मुस्लिमुल हिन्द - السيكولر مسلمالهند "
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